بدھ، 27 اپریل، 2016

अजनबी लडका व लडकी का बात करना

अजनबी लडका व लडकी का बात करना

Assalamo Alaikum
Mera sawal hai ki agar koi ajnabi ladki aur ladka apas me bat karte hain aur Namaz bhi padte hai
Aur bat krna to galat hai to kya unki namaz me koi farak padega halaki namaz to burai se rokti hai
Barai Meharbani wazahat karen

अलैकुम अस्सलाम
मुसलमान मर्द के लिए हराम है कि वह अजनबी लड़की से ख़लवत में मिले और उससे बात करे। ऐसा आदमी अगर नमाज़ पढ़ता है तो उस आदमी का नमाज़ पढ़ना अपनी जगह दुरुस्त है मगर बुराई की वजह से उसकी इबादत से इख़्लास और लज़्ज़ते इबादत ख़त्म हो जाती है   जैसे नेकियां बुराई को खा जाती है, वैसे बुराईयां नेकियों को ख़त्म कर देती हैं।  इसलिए मुसलमान को नमाज़ का इहतिमाम करना चाहिए और बुराई से बाज़ रहना चाहिए। जो नमाज़ भी पढ़े और बुराई का भी इर्तिकाब करे तो उसे यह सोच लेना चाहिए कि उसकी नमाज़ इख़्लास लिल्लाहिय्यत से ख़ाली है

वल्लाहु अअ्लम

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