جمعرات، 28 اپریل، 2016

नमाज से मुतल्लिक सवाल

आप के सवालात के मुख़्तसर जवाबात
(1) सवाल:क्या बालों का रंगना ज़रूरी है ?
जवाब:बालों को रंगना ज़रूरी नहीं है,यह मस्नून अमल है कि जिसका बाल सफ़ेद हो जाए वह अपने बाल को काले रंग के अलावा दुसरे रंग से बदल दे ।

(2) सवाल:जानदार की तस्वीर बनाना कैसा है ?
जवाब:जानदार की तस्वीर बनाना जाएज़ नहीं है,इसी तरह जानदार की तस्वीर अपने पास रखना या फिर जानदार की तस्वीर शाए करना चाहे फ़ेस बुक हो या सोशल मीडिया की कोई साईट हो जाएज़ नहीं है बल्कि हराम के क़बील से है,इसलिए फ़ेस बुक वग़ैरा पे बिला-ज़रूरत जानदार की तसावीर पोस्ट ना की जाए अगर कोई ज़रूरत हो तो और बात है।
(3) सवाल:औरतों का चोटी बना कर नमाज़ पढ़ना कैसा है ?
जवाब:औरतों का चोटी बना कर नमाज़ पढ़ना सहीह है, इससे नमाज़ में कोई फ़र्क़ नहीं पढ़ता ।
(4) सवाल:नफ़्ल नमाज़ बैठ कर पढ़ना कैसा है ?
जवाब:नफ़्ल नमाज़ बैठ कर पढ़ना जाएज़ है,इससे आधा अज्र मिलेगा, लेकिन खड़ा होकर पढ़ना अफ़्ज़ल है,इससे पूरा अज्र मिलेगा।
(5) सवाल:ऐसी नौकरी करना जिसमें ज़ुहर व अस्र की नमाज़ सदा क़ज़ा हो जाए और इसे वक़्त पर ना अदा करके क़ज़ा करके पढ़ने का हुक्म ?
जवाब:किसी ऐसी कंपनी में काम करना जिसमें हमेशा ज़ुहर और अस्र छूट जाए,मेरे ख़याल से इसे क़ज़ा होना नहीं कहेंगे,इसे नमाज़ छोड़ना कहेंगे।क्योंकि क़ज़ा का इल्म आदमी को नहीं होता क्योंकि यह बसा औक़ात होती है।लेकिन अगर आदमी जानता है में जो नौकरी कर रहा हूं इसमें दो वक़्त की नमाज़ छोड़ना पड़ेगा तो इस नौकरी से परहेज़ करना चाहिए।अगर कभी कभी ज़्यादा काम आजाने से ऐसा हो जाता है तो अल्लाह तआला ग़फ़ूर रहीम है माफ़ फ़रमाएगा। ऐसी क़ज़ा नमाज़ को जब जिस वक़्त मौक़ा मिले अदा कर ले।मग़रिब से पहले या मग़रिब के बाद ।

आप का दीनी भाई

मक़बूल अहमद सलफ़ी

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